Jcert Class 6 भाषा मंजरी Chapter 9 मानवीय रिश्ता Solutions

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By: Team, Chandan Kr Verma

अध्याय - 9 : मानवीय रिश्ता

1. अक्ली बुआ को देहाती भाषा में लोगों द्वारा ‘पढ़ी' नहीं 'कढ़ी' और 'अनुभवी' कहने का क्या कारण था?
उ. अक्ली बुआ को देहाती भाषा में लोगों द्वारा ‘पढ़ी' नहीं 'कढ़ी' और 'अनुभवी' कहने का कारण था कि औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं करने के बावजूद अपने वैद्य पिता व विद्वान पति के संगत से उन्हें संसारिक ज्ञान बहुत अच्छा प्राप्त हो गया था।

2. “जो पंडित जी के पतरा, वह पंडिताइन के अँचरा।" अक्ली बुआ पंडित जी को आवेश में ऐसा क्यों कहती थीं?
उ. ''जो पंडित जी के पतरा, वह पंडिताइन के अँचरा।" अक्ली बुआ पंडित जी को आवेश में ऐसा कहती थीं क्योंकि उन्हें संसारिक ज्ञान का अच्छा अनुभव प्राप्त हो गया था और इस प्रकार वे पंडित जी से कम विद्वान नहीं थीं।

3. पंडित जी की मृत्यु के बाद, अक्ली बुआ का काम क्या था?
उ. पंडित जी की मृत्यु के बाद, अक्ली बुआ का काम गाँव के लोगों की सेवा, उपचार और समाज कल्याण ही रह गया था। सुबह होते ही वे निकल जातीं। जिसे भी जरूरत होती, उपचार बतातीं, दवा देतीं। उनमें सेवा भाव इतना था कि आवश्यकता पड़ने पर किसी के घर रात भर रुककर उसकी देख-भाल करती थीं।

4. बुआ के ऑपरेशन के समय उन्हें खून देने के लिए अस्पताल में मर्द औरतों का जमघट क्यों लग गया?
उ. बुआ के ऑपरेशन के समय उन्हें खून देने के लिए अस्पताल में मर्द-औरतों का जमघट इसलिए लग गया था क्योंकि बुआ सामाजिक समरसता, धार्मिक सहिष्णुता तथा मानवीय संवेदनाओं से ओत-प्रोत थी। वह समाज के सभी वर्ग के लोगों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहती थीं। इसलिए जब बुआ को मदद की आवश्यकता पड़ी तो समाज के सभी लोग सहर्ष सहायता के लिए तैयार हो गए।

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