Jcert Class 8 आधुनिक भारत Chapter 1: आधुनिक काल में भारत का इतिहास Solutions

अध्याय – 1 : आधुनिक काल में भारत का इतिहास

1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।

(क) जेम्स मिल .............. का निवासी था।
उ. स्कॉटलैंड

(ख) लॉर्ड क्लाइव ने भारत का नक्शा तैयार करने की जिम्मेदारी ................. को सौंपी थी।
उ. जेम्स रेनेल

(ग) अभिलेखों को सुंदर ढंग से लिखनेवाले ......... कहलाते थे।
उ. खुशनवीस या सुलेखनवीस

(घ) भारत के अंतिम वायसराय .................. थे।
उ. लॉर्ड माउंटबैटन

(ङ) भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार ..................... में बनाया गया।
उ. नयी दिल्ली

2. सही और गलत का चिह्न लगाइए।

(क) लोगों ने चाय पीना कब से शुरू किया, इसकी निश्चित तिथि को बताया जा सकता है।
उ. गलत

(ख) अंग्रेज प्रशासन के लिए अभिलेख तैयार करवाते थे।
उ. सही

(ग) सरकारी दस्तावेजों से हमें आम लोगों की सोच के बारे में पता चलता है।
उ. गलत

(घ) अंग्रेजों के शासन से पहले भारत में अंधकार का दौर था।
उ. गलत

3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखें।

(क) इतिहास में तारीखों का क्या महत्व है?
उ. इतिहास अलग-अलग समय पर होनेवाले परिवर्तनों के संबंध में बताता है। अतीत में चीजें किस तरह की थी और अब उनमें क्या बदलाव आये हैं। अतीत और वर्तमान की तुलना के क्रम में हम तिथिवार घटनाओं का विवरण ढूँढते हैं। इसलिए इतिहास में तारीखों का व्यापक महत्व है।

(ख) जेम्स मिल ने भारतीय इतिहास को किन-किन कालखंडों में विभाजित किया है?
उ. जेम्स मिल ने भारतीय इतिहास को तीन अवधियों में विभाजित किया है- हिंदू, मुस्लिम और ब्रिटिश।

(ग) औपनिवेशिक युग किसे कहा जाता है।
उ. अंग्रेजों के शासनकाल में लोगों के पास समानता, स्वतंत्रता या मुक्ति नहीं थी और न ही आर्थिक विकास और प्रगति का दौर था। जिसे औपनिवेशिक युग कहा जाता था।

4. सर्वेक्षण से हमें क्या जानकारी मिल सकती है?
उ. ब्रिटिश सरकार द्वारा 19वीं सदी में प्रारंभ में भारत का नक्शा तैयार करने के लिए बड़े पैमाने पर सर्वेक्षण कराये गये। सर्वेक्षण के माध्यम से धरती की प्रकृति, मिट्टी की गुणवता, पेड़-पौधों, जीव-जंतुओं, फसलों, स्थानीय इतिहास, लोगों की संख्या, जाति, व्यवसाय एवं वन आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

5. अभिलेखागार की आवश्यकता क्यों है?
उ. अंग्रेजों में मानना था कि चीजों को लिखना जरूरी है। उन्होंने प्रत्येक निर्देश, योजना, नीतिगत फैसले, सहमति और जाँच की परिभाषाओं को स्पष्ट रूप से लिखना जरूरी माना। बाद में कोई भी व्यक्ति इन चीजों को आसानी से अध्ययन कर सकता था। इन सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों और पत्रों को संभालकर सुरक्षित रखने के लिए अभिलेखागार की आवश्यकता थी।

6. आधुनिक भारत के ऐतिहासिक स्रोत कौन-कौन से हैं?
उ. आधुनिक भारत के ऐतिहासिक स्रोतों में किले, मकबरे, शिलालेख, विदेशी यात्रियों की कृतियाँ, पाण्डुलिपियाँ और मुर्तियाँ बड़ी संख्या में मौजूद है। इसके अतिरिक्त अभिलेखागार और संग्रहालय से प्राप्त रिकॉर्ड्स महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्रोत है।

7. अगर इतिहास में अवधियाँ तय नहीं होती, तो हमें किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ता?
उ. अगर इतिहास में अवधियाँ तय नहीं होती, तो हमें किसी समय विशेष की प्रवृति और लक्षण को समझना कठिन होता। एक अवधि से दूसरी अवधि के बीच आए परिवर्तनों के बारे में जानकारियाँ प्राप्त करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता।

8. इतिहास में तारीखों का महत्व होता है। क्या आप इससे सहमत हैं?
उ. हाँ। तिथि स्वयं अपने आप में महत्वपूर्ण नहीं होती है, लेकिन जब उस तिथि से किसी की कुछ याद जुड़ जाती है, तो वह तिथि महत्वपूर्ण बन जाती है।

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