Jcert Class 8 आधुनिक भारत Chapter 6: 1857 की क्रांति Solutions

अध्याय - 6 : 1857 की क्रांति

1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

(क) 1857 ई. की क्रांति को .......... विद्रोह भी कहा जाता है।
उ.   सिपाही

(ख) बहादुर शाह की मृत्यु ................ में हुई थी।
उ.   रंगून (वर्तमान म्यांमार)

(ग) नीलांबर-पीतांबर .................. के दो महान स्वतंत्रता सेनानी थे।
उ.   पलामू

(घ) कंपनी सरकार ने 1856 में ...................... राइफल के प्रयोग की अनुमति दिया था।
उ.   एनफिल्ड

(ङ) ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव को ................. में फाँसी दी गई।
उ.   16 अप्रैल, 1858 ई.

2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में दीजिए।

(क) लक्ष्मीबाई अंग्रेजों के विरूद्ध क्यों लड़ी?
उ. झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के दत्तक पुत्र को अंग्रेजों ने राजा मानने से इनकार कर दिया । अंग्रेजों ने झांसी की संपति हड़प लिया था। रानी भी अंग्रेजों के अत्याचार से तंग आ चुकी थी। वह विद्रोही सिपाहियों के साथ जा मिली। उन्होंने नाना साहेब के सेनापति तात्या टोपे के साथ अंग्रेजों को कड़ी टक्कर पेश की।

(ख) भारतीय सैनिक नई राइफल का प्रयोग करने से क्यों मना किये थे?
उ. नई एनफील्ड राइफल में कारतूस के ऊपरी भाग को मुंह से काटकर राइफल में भरना पड़ता था। जनवरी 1857 ई. में बंगाल सेना में यह अफवाह फैल गई कि चर्बी वाले कारतूस में गाय एवं सूअर की चर्बी है, जो हिंदू एवं मुस्लिम दोनों के धार्मिक आस्था पर चोट थी। इसी कारण से भारतीय सैनिक नई राइफल का प्रयोग करने से मना किये थे।

(ग) 1857 की क्रांति कब और कैसे शुरू हुई?
उ. 29 मार्च 1857 ई. को 34वीं रेजीमेंट बैरकपुर (मुर्शिदाबाद के समीप) छावनी में मंगल पाण्डे ने अपने साथियों को विद्रोह के लिए आह्वान किया। उसने लेफ्टिनेंट बाग की हत्या कर दी और मेजर सार्जेण्ट ह्यूरसन को गोली मार दी। इस प्रकार 29 मार्च, 1857 ई. को 1857 की क्रांति की शुरूआत हुई।

(घ) नाना साहेब कौन थे?
उ. नाना साहेब पेशवा बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र थे।

(ङ) झारखंड में 1857 की क्रांति की शुरुआत कब और कैसे शुरू हुई?
उ. झारखंड में 1857 की क्रांति की शुरुआत 12 जून 1857 को वर्तमान देवघर के रोहिणी गांव से हुई। दानापुर कैंट में सिपाही एवं शाहाबाद के बाबू कुंवर सिंह के द्वारा किए गए विद्रोह की सूचना ने यहां के सैनिकों को विद्रोह करने के लिए प्रेरित किया। देखते ही देखते विद्रोह की आग देवघर, रामगढ़, चाईबासा, हजारीबाग, चतरा, रांची स्थित सैनिकों के बीच में फैल गई। कालांतर में सैनिकों को आम जनता का समर्थन मिलने लगा।

(च) 1857 की क्रांति को दबाने के लिए अंगेजों ने क्या किया था?
उ. 1857 की क्रांति को दबाने के लिए अंग्रेजों ने भारतीय क्रांतिकारियों के लिए विषम परिस्थितियाँ पैदा कर दी। उन्होंने पूरी ताकत लगाकर विद्रोह को कुचलने का फैसला लिया। इंग्लैंड से और सैनिक मंगवाए गये। विद्रोहियों को जल्दी सजा देने के लिए नए कानून बनाए गए और विद्रोह के मुख्य केंद्रों पर धावा बोल दिया गया। इसके अलावा सैंकड़ों सिपाहियों, विद्रोहियों, नवाबों और राजाओं पर मुकदमें चलाए गए और उन्हें फाँसी पर लटका दिया गया।

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