Jcert Class 6 भाषा मंजरी Chapter 1 वीर तुम बढ़े चलो Solutions

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By: Team, Chandan Kr Verma

अध्याय - 1 : वीर तुम बढ़े चलो

1. कवि 'वीर' कहकर किसे संबोधित करता है?
उ. कवि ने देश के प्रत्येक नागरिक को वीर कहकर संबोधित किया है।

2. कवि कौन–सा प्रण करने के लिए कहता है?
उ. कवि अपनी मातृभूमि और पितृभूमि के विकास का ध्वज थामने का प्रण करने के लिए कहता है।

3. 'वीर तुम बढ़े चलो' कविता से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?
उ. 'वीर तुम बढ़े चलो' कविता से हमें अपने देश के मान-सम्मान की रक्षा के लिए सामने आने वाली बाधाओं से बिना घबराए अपने कर्तव्यों के निर्वाह की प्रेरणा मिलती है।

4. निम्नांकित पंक्तियों का आशय स्पष्ट करें -
'अन्न भूमि में भरा, वारि भूमि में भरा,
यत्न कर निकाल लो, रत्न भर निकाल लो,
वीर तुम बढ़े चलो! धीर तुम बढ़े चलो!' ।
उ. प्रस्तुत पंक्तियों का आशय है कि हमारे देश की भूमि अन्न और जल से युक्त है। हमें कठिन परिश्रम करके रत्न के समान अन्न को प्राप्त करना चाहिए और अपने देश के विकास में योगदान देना चाहिए।

5. इस कविता के माध्यम से कवि हमें क्या संदेश देना चाहता है?
उ. इस कविता के माध्यम से कवि हमें यह संदेश देना चाहता है कि हमारे जीवन में चाहे कितनी ही बाधाएँ क्यों न आ जाएँ, हमें अपने लक्ष्य पर एकाग्रचित होकर डटे रहना चाहिए तथा अपने देश के मान-सम्मान की रक्षा के लिए हमें बाधाओं से बिना घबराए राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वाह करना चाहिए।

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