Jcert Class 6 भाषा मंजरी Chapter 2 हार की जीत Solutions

By: Team, Chandan Kr Verma
अध्याय - 2 : हार की जीत
1. बाबा भारती ने खड्गसिंह से सुल्तान की प्रशंसा किन शब्दों में की?
उ. बाबा भारती ने खड्गसिंह से सुल्तान की प्रशंसा करते हुए कहा कि विचित्र जानवर है। देखोगे तो प्रसन्न हो जाओगे। उसकी चाल तुम्हारा मन मोह लेगी और जो उसे एक बार देख लेता है, उसके हृदय पर उसकी छवि अंकित हो जाती है।
2. खड्गसिंह ने सुल्तान को पाने के लिए क्या युक्ति अपनाई?
उ. खड्गसिंह ने सुल्तान को पाने के लिए अपाहिज बनकर वृक्ष की छाया में पड़ा कराहने लगा ताकि बाबा भारती दुर्गादत्त वैद्य के पास ले जाने के लिए घोड़े पर बैठा लें और वह बाबा भारती के हाथों से लगाम छुड़ाकर सुल्तान को भगा ले जाए।
3. बाबा भारती ने खड्गसिंह से क्या प्रार्थना की और क्यों?
उ. बाबा भारती ने खड्गसिंह से प्रार्थना की कि वह इस घटना को किसी के सामने प्रकट न करें। क्योंकि यदि लोगों को इस घटना के बारे में पता चल गया तो वे कभी किसी गरीब पर विश्वास नहीं करेंगे।
4. बाबा भारती द्वारा अपने अनुरोध का कारण समझाने के बाद खड्गसिंह के मन में क्या विचार उत्पन्न हुए?
उ. बाबा भारती द्वारा अपने अनुरोध का कारण समझाने के बाद खड्गसिंह के मन में बाबा भारती के प्रति श्रद्धा का भाव आया और उसने सोचा कि कैसे ऊँचे विचार हैं, कैसा पवित्र भाव है! जिस घोड़े से उन्हें इतना प्रेम था कि उसके बिना जीवित नहीं रह सकते थे, उसे ले लेने पर भी आज उनके मुख पर दुख की रेखा तक नहीं थी। केवल यह ख्याल था कि कहीं लोग दीन-दुखियों पर विश्वास करना न छोड़ दें। ऐसा मनुष्य, मनुष्य नहीं देवता है।
5. घोड़े को पुनः पाकर बाबा भारती ने किस प्रकार अपनी प्रशंसा व्यक्त की?
उ. घोड़े को पुनः पाकर बाबा भारती अपने प्यारे घोड़े के गले से लिपट कर इस प्रकार रोने लगे मानो कोई पिता बहुत दिनों के बिछड़े हुए पुत्र से मिल रहा हो। बार-बार उसकी पीठ पर हाथ फेरते, बार-बार मुँह पर थपकियाँ देते।
6. आपकी समझ में किसकी हार और किसकी जीत हुई? कारण देते हुए उत्तर लिखिए।
उ. डाकू खड्गसिंह की हार और बाबा भारती की जीत हुई। क्योंकि डाकू खड्गसिंह ने बिना किसी प्रतिरोध के सुल्तान को प्राप्त कर लिया था किंतु बाबा भारती की बातों का उसके मन-मस्तिष्क पर ऐसा प्रभाव पड़ा कि उसने सुल्तान को रात्रि के अंधेरे में बाबा भारती के घर पर छोड़ आया और बाबा भारती हारकर भी अपनी मनुष्यता के बल पर जीत गए।
7. इस कहानी का शीर्षक 'हार की जीत' क्यों रखा गया है?
उ. इस कहानी का शीर्षक 'हार की जीत' इसलिए रखा गया कि बाबा भारती अपने घोड़े सुल्तान को खड्गसिंह द्वारा किए गए छल से हार गए थे किंतु बाबा भारती की बातों के प्रभाव से डाकू खड्गसिंह जीते हुए घोड़े को वापस करने के लिए मजबूर हुआ और बाबा भारती हारकर भी अंत में जीत गए।
8. इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है?
उ. इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हम किसी वस्तु को प्राप्त करने के लिए कभी छल न करें बल्कि मेहनत के बल पर वस्तु को हासिल करें।
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