Jcert Class 6 भाषा मंजरी Chapter 10 झारखंड-सुषमा Solutions

By: Team, Chandan Kr Verma
अध्याय - 10 : झारखंड-सुषमा
1. झारखण्ड में कौन-कौन सी खनिज संपदाएँ ज्यादा मात्रा में उपलब्ध हैं?
उ. झारखण्ड में कोयला, लोहा, बॉक्साइट, अभरक, चूना पत्थर, ताँबा आदि खनिज संपदाएँ ज्यादा मात्रा में उपलब्ध हैं।
2. बिरसा और सिदो-कान्हू जैसे महापुरुषों कों झारखण्ड अवतार क्यों कहा गया है?
उ. बिरसा और सिदो-कान्हू जैसे महापुरुषों कों झारखण्ड अवतार इसलिए कहा गया है क्योंकि इनके द्वारा ही वास्तव में झारखंड को पहचान प्रदान की गई थी।
3. आपकी समझ में कवि ने ऐसा क्यों कहा है कि सरहुल, करमा, टुसू में हमारे घर मंदिर बन जाते हैं?
उ. कवि का कहना है कि सरहुल, करमा, टुसू पर्व आदि में हमारे घर मंदिर बन जाते हैं। इसका कारण यह है कि जिस प्रकार प्रत्येक मंदिर में भगवान का निवास समझकर पूजा की जाती है, उसी प्रकार झारखंड के प्रत्येक घर में इन पर्वों में पूजा-पाठ, व्रत-उपवास आदि होते हैं।
4. कवि ने किसे 'झूम-झूम' गाते देखा है?
उ. कवि ने निर्मल चाँदनी में पहाडों और जंगलों को झूम-झूम गाते देखा है।
5. भाव स्पष्ट कीजिए :
'ज्योतिर्गमय ध्येय साथ ले,
पीठ ज्ञान के चलते हैं।
विज्ञान, कृषि, वाणिज्य, कला
के पुष्प नितस नव खिलते हैं।'
उ. प्रस्तुत पंक्तियों का भाव यह है कि ज्ञान का प्रकाश फैलाने के लक्ष्य के साथ, विद्यालय और विद्या-पीठ खुले हुए हैं, जिनमें विज्ञान, कृषि, वाणिज्य, कला के नये-नये ज्ञान की खोज होते हैं।
6. इस पाठ को पढ़ने के पश्चात् आपके मन में झारखण्ड का जो दृश्य/चित्र उभरता है, उसका वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
उ. झारखंड प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्व भर में विख्यात है। यहाँ की सुषमा निराली है। हुंडरू, जोन्हा, दशम्, बूढ़ा घाघ सरीखे, सुन्दर और मनमोहक जल-प्रपात हैं। जंगल, पहाड़, पठार, मैदान आदि की सुन्दरता देखने योग्य है। यहाँ बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू जैसे महापुरुषों का जन्म हुआ है। यहाँ की सांस्कृतिक विरासत अद्भूत है। खनिज संपदा से भी प्रकृति ने झारखंड को समृद्ध किया है। मेरी नजर में झारखंड भारत ही नहीं, बल्कि विश्वभर में भी अद्वितीय है।
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