Jcert Class 7 भाषा मंजरी Chapter 6 जीवन रक्षक वृक्ष Solutions

अध्याय - 6 : जीवन रक्षक वृक्ष

1. वर्ग में शिक्षक ने कौन-सी महत्वपूर्ण बात कही?
उ. वर्ग में शिक्षक ने महत्वपूर्ण बात बताई कि जहाँ समस्याएँ होती हैं, वहीं आस-पास उन समस्याओं का समाधान भी होता है।

2. दवा के रूप में पेड़-पौधों के किन-किन अंगों का प्रयोग किया जाता है?
उ. दवा के रूप में पेड़-पौधों के जड़, छाल, पत्ते, फूल, फल या बीजों का प्रयोग कई बीमारियों को दूर करने में किया जाता है।

3. पहले चिकित्सा के लिए कौन-सी पद्धति अधिक प्रचलित थी?
उ. पहले चिकित्सा के लिए 'आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति' अधिक प्रचलित थी।

4. 'रोग निरोधक क्षमता' से हमारा क्या अभिप्राय है?
उ. 'रोग निरोधक क्षमता' से हमारा अभिप्राय शरीर की प्रतिरोधक क्षमता से है, जो शरीर को जीवाणुओं और वायरल संक्रमण से दूर रखने में मदद करती है।

5. सहजन (मुनगा) से हमें कौन-कौन से पोषक तत्व प्राप्त होते हैं?
उ. सहजन (मुनगा) की फली, हरी और सूखी पत्तियों से हमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन-ए, सी और बी-कॉम्प्लेक्स प्रचुर मात्रा में प्राप्त होते हैं।

6. गर्मी से बचाव के लिए हम किन-किन फलों का उपयोग करते हैं?
उ. गर्मी से बचाव के लिए हम बेल, लीची, आम, तरबूज, खरबूज, खीरा, ककड़ी आदि फलों का उपयोग करते हैं।

7. औषधीय गुणों से युक्त कौन-कौन से पेड़ हमारे जंगलों में अधिक हैं?
उ. औषधीय गुणों से युक्त अनेकों पेड़ हमारे जंगलों में बहुतायत में पाए जाते हैं, जिसमें कुछ प्रमुख पेड़ करंज, सहजन (मुनगा), बेल वृक्ष, पीपल, अमलतास (बंदरलोरी), नीम, बरगद, बबूल, आँवला आदि है।

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