Jcert Class 6 भाषा मंजरी Chapter 13 प्रेरणा के बीज Solutions

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By: Team, Chandan Kr Verma

अध्याय 13 : प्रेरणा के बीज

पाठ से: 

1. जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

उ. जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए हमें चार बातों का ध्यान रखना चाहिए-लक्ष्य बनाना चाहिए, ज्ञान प्राप्त करना चाहिए, कठिन परिश्रम करना चाहिए एवं दृढ़ता बनाए रखनी चाहिए।

2. डॉ. कलाम बच्चों को स्वप्न देखने के लिए क्यों कहते हैं?

उ. कलाम स्वप्नद्रष्टा है। उनका मानना है कि स्वप्न ही विचार बनते हैं। विचार ही कर्म के रूप में हमारे सामने आते हैं। अगर स्वप्न होंगे तभी क्रांतिकारी विचार भी जन्म लेंगे। बिना विचारों के कर्म सामने नहीं आता है।

3. पाठ के आधार पर डॉ० कलाम के व्यक्तित्व की वि शेषताएं लिखिए।

उ. कलाम एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं। वेशभूषा, बोलचाल के लहजे, अच्छे खासे सरकारी आवास को छोड़कर हॉस्टल का सादगीपूर्ण जीवन, ये बातें उनके संपर्क में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर एक सम्मोहक प्रभाव छोड़ती हैं। कलाम में अपने काम के प्रति जबर्दस्त दीवानगी है। उनके लिए कोई भी समय काम का समय होता है।

4. पाठ के आधार पर बताइए हमें कैसी शक्तियों का चयन करना चाहिए?

उ. हमें विध्वंसक शक्तियों का चयन नहीं करना चाहिए। कल्याणकारी शक्तियों का चयन करना चाहिए। मिसाइलें हमारी ताकत हैं। वे यह दर्शाती हैं कि भारत देश के पास प्रचुर क्षमताएँ हैं परन्तु कोई हमारा दुश्मन नहीं है जिसपर हम अग्नि मिसाइल शक्ति से वार कर उसे ध्वस्त कर दें।

पाठ से आगे: 

1. डॉ० कलाम की कौन-कौन सी विशेषताओं को आप अपने जीवन में अपनाना चाहेंगे?

उ. डॉ० कलाम की तरह हम भी उद्देश्यपूर्ण जीवन जीना चाहते हैं। हमारे हृदय में बड़ों के लिए सम्मान एवं छोटों के लिए अपार श्रद्धा होनी चाहिए। हमारे अंदर राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत रहे। हम परिश्रमी , ईमानदार और जिम्मेदार बनें।

2. 'अगर स्वप्न ही नहीं होंगे, तो क्रांतिकारी विचार भी जन्म नहीं लेंगे और विचारों के नहीं होने से कोई कर्म भी सामने नहीं आएगा ।'–इस संबंध में आप क्या सोचते हैं?

उ. सही है। इंसान जो सपना देखता है वह उसे लागू करना चाहता है। स्वप्न के बिना विचार एवं विचार के बिना कर्म की कल्पना असंभव है।

3. यदि ईश्वर आपको तीन वरदान देना चाहें तो आप क्या-क्या माँगेंगे?

उ. हम अपने देश की उन्नति एवं प्रगति का वरदान माँगेंगे!

4. 'तब और अब के वाता वरण में भिन्नता है।'-तब और अब के वातावरण में क्या भिन्नता है? स्पष्ट कीजिए।

उ. तब भारत गुलाम था उस समय हर चीज की असुविधा थी । विद्यालय, कॉलेज कम थे। पूँजी कम थी। साधन कम थे। आज हम स्वतंत्र भारत में जीते हैं जहाँ सारी सुविधाएँ हैं। सरकार हमारी है। गांव के निकट स्कूल, कॉलेज है। सड़कों का जाल बिछा है।

5. डॉ० कलाम के अनुसार हमें अपना कार्य बेहतर करने का श्रेष्ठतम प्रयास लगातार करना चाहिए। आप अपना कार्य बेहतर करने के लिए क्या-क्या प्रयास करते हैं?

उ. कार्य की बेहतरी के लिए श्रेष्ठतम प्रयास जरूरी है। यह काम निरंतर लगन से होना चाहिए। बेहतरी के लिए कार्य को जुनून के रूप में लेकर करना चाहिए। मैं इन बातों पर अमल करता हूँ।

6. 'हे ईश्वर यदि एक ही वरदान देना है तो बस यही दो! भारत को एक विकसित राष्ट्र बना दो।'– इस कथन से डॉ० कलाम के व्यक्तित्व की कौन-सी विशेषता का पता चलता है?

उ. इस कथन से डॉ० कलाम की राष्ट्रभक्ति का पता चलता है।

7. आप जी वन में क्या बनने का स्वप्न देखते हैं और क्यों?

उ. मैं अपने जीवन में एक शिक्षक बनना चाहता हूं। किसी भी समाज के उत्थान या पतन के पीछे एक शिक्षक का बहुत बडा योगदान होता है। मैं एक शिक्षक बनके ही समाज की सेवा करना चाहता हूं। मैं इसके लिए निरंतर प्रयास कर रहा हूँ। मेरा हमेशा यही प्रयास रहेगा कि गरीब लोगों को भी सस्ते में अच्छी शिक्षा मिल सके।

8. डॉ० कलाम को 'मिसाइल मैन' क्यों कहा जाता है?

उ. डॉ० कलाम ने अग्नि मिसाइल तैयार की। जिस कारण भारत विश्व में प्रक्षेपास्त्र निर्माता राष्ट्र बन गया। इसी कारण मिसाइल के निर्माता डॉ० कलाम को सम्मान देने करने के लिए हम उन्हें 'मिसाइल मैन' के नाम से बुलाते हैं।

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