Jcert Class 7 भाषा मंजरी Chapter 9 छुट्टी का दिन Solutions

पाठ - 9 : छुट्टी का दिन

1. भोलू के मन में रविवार को छुट्टी मनाने की बात कैसे आई?
उ. भोलू का दूसरे बच्चों को रविवार की छुट्टी मनाते देख और अपने दोस्तों को साथ में घुमते देख उसके मन में यह लालसा आई कि वो भी रविवार की छुट्टी में अपने दोस्तों के साथ घुमें।

2. “क्या छुट्टी-छुट्टी की रट लगाई है। अरे हम ठहरे मजदूर। रोज मेहनत करते हैं। तभी रोटी मिलती है"- श्यामू ने ऐसा क्यों कहा?
उ. “क्या छुट्टी-छुट्टी की रट लगाई है। अरे हम ठहरे मजदूर। रोज मेहनत करते हैं। तभी रोटी मिलती है"- श्यामू ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि भोलू रविवार को अपने पापा के साथ नहीं जाना चाहता था। वह अपने दोस्तों के साथ रविवार की छुट्टी मनाना चाहता था जिस कारण श्यामू ने गुस्से में ऐसा कहा।

3. "मैं नहीं जाता आज। मैं तो खेलूँगा दूसरे बच्चों की तरह। मैं आज कोई काम नहीं करूँगा। इतवार का मतलब पढ़ाई की छुट्टी। काम की छुट्टी। हाँ, कल दुना काम कर दूँगा।' – किसने कहा और क्यों?
उ. "मैं नहीं जाता आज। मैं तो खेलूँगा दूसरे बच्चों की तरह। मैं आज कोई काम नहीं करूँगा। इतवार का मतलब पढ़ाई की छुट्टी। काम की छुट्टी। हाँ, कल दुना काम कर दूंगा।' – भोलू ने अपनी माँ से कहा और ऐसा इसलिए कहा क्योंकि वह भी दूसरे बच्चों की तरह इतवार की छुट्टी मनाना, दोस्तों के साथ घुमना, खेलना और मौज-मस्ती करना चाहता था।

4. भोलू ने रविवार की छुट्टी मनाने के लिए कौन-कौन से उपाय किए?
उ. भोलू ने रविवार की छुट्टी मनाने के लिए अपनी माँ से कहा, "इतवार के दिन सभी स्कूल बंद होते हैं। सब बच्चों की छुट्टी होती है, और पिछले रविवार को बप्पा ने कहा था कि अगले रविवार को तेरी छुट्टी। आज वही रविवार है।'' इसी बात पे श्यामू नाराज हो जाते हैं और भोलू को रविवार की छुट्टी मिल जाती है।

5. भोलू ने रविवार की छुट्टी का आनंद किस तरह उठाया?
उ. भोलू ने रविवार की छुट्टी का आनंद शेरु के साथ तितली के पीछे दौड़कर, पेड़ पर चढ़कर, वेंकट के साथ हारमोनियम की मधुर आवाज को सुनकर उठाया।

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