Posts

Showing posts from January, 2018

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 18 तालाब बाँधता धरम सुभाव Solutions

अध्याय - 18 : तालाब बाँधता धरम सुभाव 1. तालाबों को 'धरम सुभाव' क्यों कहा गया है? उ. तालाबों को लोक कल्याण करनेवाले उनके स्वभाव के कारण 'धरम सुभाव' कहा गया है। 2. छत्रसाल अपने बेटे जगतराज से क्यों नाराज हुए? उ. छत्रसाल अपने बेटे जगतराज से इसलिए नाराज हुए क्योंकि उसने बीजक (सूत्र संकेत) की सूचना के अनुसार खजाना खोद निकाला था। 3. छेरा-छेरा त्योहार क्या है? यह किस राज्य में मनाया जाता है? उ. पूस माह की पूर्णिमा पर मनाया जानेवाला पर्व छेर-छेरा में लोगों के दल निकलते हैं, घर-घर जाकर गीत गाते हैं और गृहस्थ से धान एकत्र करते हैं। हरेक घर अपने सामर्थ्य से धान का दान करता है। इस तरह जमा किया गया धान ग्राम कोष में रखा जाता है। इसी कोष से आनेवाले दिनों में तालाब और अन्य सार्वजनिक स्थानों की मरम्मत और नए काम पूरे किए जाते हैं।             छेरा-छेरा त्योहार छत्तीसगढ़ में मनाया जाता है। 4. 'जो समाज को जीवन दे' – इस वाक्य का क्या आशय है? उ. 'जो समाज को जीवन दे - इस वाक्य का आशय है कि जो दूसरे को जीवन दे सकता है, वह निर्जीव नहीं हो सकता अर्थात् उसम

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 17 पन्ना-पन्ना बोलता है Solutions

अध्याय - 17 : पन्ना-पन्ना बोलता है 1. शुभांगी के घर में खुशी का माहौल क्यों है? उ. शुभांगी के घर में खुशी का माहौल इसलिए है क्योंकि समाचार-पत्र में आई. ए. एस का परिणाम आया है जिसमें उसकी बुआ पास कर आई. ए. एस. गई है। 2. समाचार-पत्र में किन-किन विषयों की जानकारी मिलती है? उ. समाचार-पत्र में देश-दुनिया की घटनाओं, राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक खेल-कूद आदि की जानकारियाँ मिलती है।  3. विज्ञापनों से हमें किस प्रकार फायदा होता है? उ. विज्ञापनों से हमें किसी भी वस्तु अथवा सेवा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है। उस जानकारी का उपयोग करके हम अपनी जरूरत की वस्तु या सेवा प्राप्त कर पाते हैं। विज्ञापन हमें किसी भी वस्तु या सेवा से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक भी करते हैं। 4. किसी समाचार-पत्र का संपादक क्या करता है? उ. किसी भी समाचार-पत्र का संपादक उस समाचार-पत्र का सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति होता है। वह समाचार-पत्र के सभी विभागों के कार्यों की देख-रेख करता है। समाचार-पत्र में छपी जानकारियों के लिए संपादक ही जिम्मेदार होता है। 5. 'समाचार-पत्र भी बड़े कमाल

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 16 अपराजिता Solutions

अध्याय - 16 : अपराजिता 1. डॉ. चंद्रा से पहली बार मिलकर लेखिका ने क्या अनुभव किया? उ. डॉ० चंद्रा से पहली बार मिलकर लेखिका को अपने जीवन की रिक्तता बहुत छोटी लगने लगी। लेखिका को महसूस हुआ कि डॉ० चंद्रा को विधाता ने कठोरतम दंड दिया है किंतु उसे वह नतमस्तक आनंदी मुद्रा में झेल रही है, विधाता को कोसकर नहीं। 2. लेखिका को डॉ. चंद्रा देवांगना सी क्यों लगी? उ. लेखिका को डॉ० चंद्रा देवांगना-सी इसलिए लगी कि उसने नियति के प्रत्येक कठोर आघात को अति मानवीय ढ़ंग से धैर्य एवं साहस से झेला। 3. वीर जननी का पुरस्कार किसे मिला? उसे यह पुरस्कार क्यों दिया गया? उ. 'वीर जननी' का पुरस्कार डॉ० चंद्रा की माँ शारदा सुब्रमण्यम को मिला। उन्हें वह पुरस्कार इसलिए मिला कि वह एक ऐसी दृढनिश्चयी, संघर्षशील, साहसी तथा ममतामयी माँ थीं जो अपनी दिव्यांग पुत्री के संघर्ष में हर कदम पर साथ रहती थी।  4. 'अपराजिता' किस प्रकार अपने नाम को सार्थक करती है। उ. 'अपराजिता' का अर्थ होता है जो कभी पराजित न हो। डॉ० चंद्रा को लेखिका ने 'अपराजिता' संबोधित किया है। वास्तव में डॉ०

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 15 गुरु-शिष्य Solutions

अध्याय - 15 : गुरु-शिष्य  1. 'गुरु-शिष्य' पाठ में विद्यार्थी की जो वेश-भूषा है, उससे उस विद्यार्थी के बारे में क्या परिलक्षित होता है ? उ. विद्यार्थी की वेश भूषा से प्रतीत होता है कि वह गाँव देहात-का बालक है, जिसकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं है। 2. काशी विश्वविद्यालय का वर्णन अपने शब्दों में करें। उ. काशी विश्वविद्यालय विस्तृत क्षेत्र में फैला है, उसका निर्माण सुनियोजित ढंग से किया गया है। सड़कों के किनारे छायादार वृक्ष लगे हुए हैं, जिनसे सड़कों पर धूप नहीं लगती। सड़क के बाईं ओर महिला विद्यालय है, तो दाईं ओर सटे सुंदरलाल अस्पताल विराजमान है। ग्रामीण स्त्रियाँ कहीं घास काटती दिखती है, तो कहीं खेतों में काम करते। कहीं पर उनके संगीत से वातावरण गुंजायमान हो रहा है तो कहीं हंसीठट्ठा अथवा झगड़ा। कुल मिलाकर समस्त क्षेत्र अत्यंत आकर्षक दिखाई पड़ता है। 3. लेखक ने बनारस के आस-पास की ग्रामीण औरतों का चित्रण किस प्रकार किया है ? वहाँ के परिवेश और आपके परिवेश में क्या अंतर है ? उ. लेखक ने बनारस के आसपास की ग्रामीण औरतों का चित्रण निम्नांकित प्रकार से किया है- बनारस क

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 14 बूढ़ी पृथ्वी का दुख Solutions

अध्याय - 14 : बूढ़ी पृथ्वी का दुख 1. इस कविता में कवयित्री किससे प्रश्न पूछ रही है? उ. इस कविता में कवयित्री पृथ्वी पर निवास कर रहे प्रत्येक व्यक्ति से प्रश्न पूछ रही है। 2. पहाड़ का सीना क्यों दहलता है? उ. पहाड़ का सीना पहाड़ को तोड़ने के किए गए विस्फोटों से दहलता है। 3. कवयित्री को किसके आदमी होने पर संदेह है? उ. कवयित्री को पृथ्वी की चिंता न करने वाले लोगों के आदमी होने पर संदेह है।  4. बूढ़ी पृथ्वी को किस बात का दुख है? उ. बूढ़ी पृथ्वी को प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन एवं बढ़ते हुए पर्यावरण प्रदूषण का दुख है।

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 13 हुंडरू का जल-प्रपात Solutions

अध्याय - 13 : हुंडरू का जल-प्रपात 1. 'छोटानागपुर स्वर्ग का एक टुकड़ा है।' कैसे? उ. लेखक ने छोटानागपुर जो वर्तमान में झारखंड है, की तुलना स्वर्ग से करते हुए कहा है कि छोटानागपुर स्वर्ग का एक टुकड़ा है। वास्तव में ईश्वर ने झारखंड को प्राकृतिक रूप से अत्यंत सौंदर्यशाली एवं समृद्ध बनाया है यहाँ के आदिवासी सदैव आनंद के वातावरण में निमग्न रहते हैं। नृत्य और मादक गीतों से यहाँ के पहाड़, जंगल और मैदान गूंजते रहते हैं। विविध पक्षियों के चहकने से वातावरण गुलजार है। यहाँ की जलवायु स्वास्थ्यवर्द्धक है जिससे आदिवासी सदैव स्वस्थ रहते हैं। नदियाँ अपने किनारे पर रहनेवाले लोगों को अमृत बाँटती हैं। झरने मन को स्वच्छता और पवित्रता प्रदान करते हैं । खानों में कोयला और अबरक; जंगल में तरह तरह की लकड़ी, फल-फूल आदि झारखंड का कोष भर रहे हैं। समग्रतः छोटानागपुर स्वर्ग का एक टुकड़ा प्रतीत होता है। 2. हुंडरू जल-प्रपात की विशेषता लिखिए। उ. झारखंड का हंडरू जल प्रपात अद्वितीय है। इसकी प्राकृतिक सुषमा निराली है। यह 243 फुट की ऊँचाई से नीचे गिरता है। उजला पानी ऐसा प्रतीत होता है कि पानी के चक

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 12 बस की यात्रा Solutions

अध्याय - 12 : बस की यात्रा 1. लेखक ने उस कंपनी के हिस्सेदार की तरफ श्रद्धाभाव से क्यों देखा? उ. एक पुलिया के ऊपर पहुँचते ही बस का एक टायर फिस्स करके बैठ गया। बस बहुत जोर से हिलकर थम गई। अगर स्पीड में होती तो उछलकर नाले में गिर जाती। लेखक ने उस कंपनी के हिस्सेदार की तरफ पहली बार श्रद्धाभाव से देखा, क्योंकि वह टायरों की हालत जानते थे फिर भी जान हथेली पर लेकर उसी बस से सफर कर रहे थे। 2. लेखक को लोगों ने शाम वाली बस से सफर न करने की सलाह क्यों दी? उ. लेखक को लोगों ने शाम वाली बस से सफर न करने की सलाह इसलिए दी क्योंकि लोगों को बस की सच्चाई का पता था अर्थात वे उसकी जर्जर दशा से परिचित थे। बस कब, कहाँ खराब हो जाए कुछ कहना मुश्किल था। बस यात्री को गंतव्य तक ठीक से पहुँचा ही देगी, यह के मुश्किल था। 3. लेखक को ऐसा क्यों लगा कि सारी बस ही इंजन है, इंजन के भीतर बैठा है? उ. असल में वह बस इतनी हिलती कॉपती थी जैसे इंजन स्टार्ट करने के बाद बेहद कम्पन करता है, उसी प्रकार बस भी कॉपती थी। इसलिए लेखक को लगा कि सारी बस इंजन ही इंजन हो गई हो और वह बस में न बैठकर इंजन में ही बैठ गया

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 11 झारखंड के दो सपूत Solutions

अध्याय - 11 : झारखंड के दो सपूत 1. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में झारखंड के किन-किन महापुरुषों का नाम आता है? उ. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में झारखण्ड के अनेक महापुरुषों ने भाग लिया था, जिनमें प्रमुख तिलका मॉझी, सिदो-कान्हू, बिरसा मुंडा, तेलंगा, खड़िया, विश्वनाथ शाहदेव, गणपत राय, शेख भिखारी, वीर बुधू भगत, जतरा टाना भगत, वीर सलामत अली, अमानत अली, शेख हारो आदि हैं। 2. भारतीय संविधान सभा में झारखंड क्षेत्र से किन्हें निर्वाचित सदस्य के रूप चुना गया? उ.  जयपाल सिंह मुंडा तथा बाबू रामनारायण सिंह | 3. 'मराग गोमके' किन्हें कहा गया है? उन्हें ऐसा क्यों पुकारा जाता है? उ. मरांग गोमके' जयपाल सिंह मुंडा को कहा गया है। उन्होंने आदिवासियों के कल्याण के लिए अथक प्रयास किया इसी कारण आदिवासी समुदाय के लोगों ने उन्हें 'मरांग गोमके के नाम से पुकारा, जिसका अर्थ होता है महान पुरुष। 4. बाबू रामनारायण सिंह की शिक्षा दीक्षा में क्या बाधा थी ? उ. पिता की दयनीय आर्थिक स्थिति बाबू रामनारायण सिंह की शिक्षा में मुख्य बाधा थी। 5. जयपाल सिंह मुंडा ने आई० स

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 10 राम का भरत को संदेश Solutions

अध्याय - 10 : राम का भरत को संदेश 1. इस पाठ में श्रीराम ने किसे समझाने का प्रयास किया है ?   उ. इस पाठ में श्रीराम ने अपने छोटे भाई भरत को समझाने का प्रयास किया है। 2. राम ने भरत को क्या क्या करने की सलाह दी है? उ. राम ने भरत को सलाह दी कि जब तक हमारे गुरु, मुनि और राजा जनक हमारे साथ हैं तब तक चिंता करने की जरूरत नहीं है। वे ही रक्षा करेंगे। बड़ों की आज्ञा का पालन करते रहने से पतन नहीं होता। गुरुजनों की आज्ञा के अनुसार ही राजधर्म का पालन करना चाहिए। 3. तुलसीदास जी के अनुसार मुखिया को कैसा होना चाहिए? उ. तुलसीदास जी के अनुसार मुखिया को मुख के समान होना चाहिए, जो खाता पीता अकेला है परंतु शरीर के सभी अंगों का समान रूप से पालन करता है। 4. पाठ के अनुसार राजधर्म क्या है? उ. अपने राज्य की प्रजा परिजन एवं परिवार के सुख दुःख का ध्यान रखकर न्यायपूर्वक शासन करना ही राजधर्म है। 5. राम ने भरत को क्या भेंट किया तथा भरत ने किस प्रकार स्वीकार किया? उ. राम ने भरत को अपनी चरण पादुका अर्थात खड़ाऊँ भेंट की। भरत ने खड़ाऊँ को प्रजा की रक्षा करने वाले दो पहर

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 9 क्या निराश हुआ जाए Solutions

अध्याय - 9 : क्या निराश हुआ जाए 1. लेखक ऐसा क्यों कहता है कि हर व्यक्ति संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है? उ. लेखक का कहना है कि हर व्यक्ति संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है, क्योंकि आज समाज में आरोप-प्रत्यारोप का कुछ ऐसा वातावरण बन गया है के जैसे देश में कोई ईमानदार आदमी ही नहीं रह गया है। जो जितने ऊँचे पद पर हैं उनमें उतने ही अधिक दोष खोजकर दिखाए जा रहे हैं, जैसे इनमें कोई गुण ही न हो। 2. लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है, फिर भी वह निराश नहीं है। आपके विचार से इसका क्या कारण हो सकता है? उ. लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है, फिर भी यह निराश नहीं है। इसका कारण यह है कि उसके जीवन में ऐसी भी बहुत घटनाएँ घटी हैं जब लोगों ने बिना किसी स्वार्थ के दूसरों की सहायता की है, निराश मन को ढाढस दिया है और हिम्मत बँचाई है। उसे विश्वास है कि समाज में मानवता, प्रेम, आपसी सहयोग कभी समाप्त नहीं हो सकते। 3. जीवन के महान मूल्यों के बारे में लोगों की आस्था क्यों हिलने लगी है? उ. जीवन के महान मूल्यों के बारे में लोगों की आस

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 8 अमरूद का पेड Solutions

अध्याय - 8 : अमरूद का पेड 1. लेखक को क्यों लगता है कि इन सब पिछड़े खयालातों का हमारे घर में गुजर नहीं हो सकेगा। उ. अमरूद के पेड़ को देखकर सबसे पहले बाबू कन्हैयालाल की बूढ़ी पत्नी ने एक दिन टोका कि पश्चिम की तरफ अगर मकान का मुखड़ा हो और सामने ही अमरूद का पेड़ तो 'राम-राम बड़ा अशुभ होता है और माँ के चेहरे पर थोड़ा-सा भय दिखा पर लेखक को विश्वास था कि इन सब पिछड़े खयालातों का हमारे घर में गुजर नहीं हो सकेगा क्योंकि उसके घर के लोग आधुनिक विचारधारा के थे उसकी माँ सत्याग्रह के दिनों में अजमेर में लम्बा जेल कर चुकी है। पिताजी खुद राजनैतिक सामाजिक उदारता वाले आदमी थे। बुआ ने विवाह नहीं किया था, पढ़ने-लिखने में ही अपनी सम्पूर्ण जिन्दगी लगा दी और समाज कोई चुनौती देने का साहस नहीं कर सका। साथ ही परिवार के सभी लोगों में पिछड़ेपन के प्रति भर्त्सना का भाव था। 2. अमरूद के पेड़ की छाया किस प्रकार लेखक को उनके भाई-बहनों के साथ जोड़ती है ? उ. अमरूद के पेड़ की छाया लेखक को उसके भाई-बहनों के साथ जोड़ती है। वे सभी अमरूद की छाया में बेंत की कुर्सियों पर बैठ चर्चाएँ करते थे जिससे उनके बीच

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 7 डायनः एक अंधविश्वास Solutions

अध्याय - 7 : डायनः एक अंधविश्वास 1. किन कारणों से बच्चे बूढी औरत से डरने लगे और वह भीख माँगने लगी? उ. अपनी टेढी कमर, पके बाल, टूट चुके दाँत और चिपके हुए गाल के कारण वह बूढी औरत कृशकाय कंकाल की तरह दिखने लगी थी, इसलिए बच्चे उससे डरने लगे थे उसकी कमा टेढ़ी हो चुकी थी और अत्यंत कमजोर हो जाने के कारण वह काम करने से लाचार हो गई थी जिसके कारण वह भीख माँगने लगी। 2. गाँव के लोग अकेली औरत को डायन कहकर उसके साथ कैसा व्यवहार करते थे? उ. गाँव के लोग उस अकेली औरत को डायन कहकर उसके साथ अछूतों-सा व्यवहार करते थे। अपने अंधविश्वास के कारण बूढ़ी औरत से लोग बचने का प्रयास करते थे। सामने पड़ जाने पर डर और दिखावे के लिए हाथ जोड़ते थे पर मन ही मन उसे अनेक दुर्घटनाओं और विपदाओं का कारण मानते थे। 3. पाठ के आधार पर बताइए कि संसार से डायन कुप्रथा दूर किया जा सकता है? उ समाज से डायन जैसी कुप्रथा को दूर करने के लि अंधविश्वास को मिटाना होगा। हमें विवेकपूर्ण बनना होगा तथा ऐसी अकेली एवं लाचार औरत को माँ बहन की तरह सम्मान देना होगा। समाज में कानून एवं चिकित्साशास्त्र को आधार बनाकर जागृति फै

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 6 अशोक का शस्त्र त्याग Solutions

अध्याय - 6 : अशोक का शस्त्र त्याग 1. सम्राट अशोक क्यों चिंतित थे? उ. सम्राट अशोक इसलिए चिंतित थे कि चार वर्षों के युद्ध के उपरांत भी कलिंग जीता नहीं जा सका था। दोनों ओर के लाखों आदमी के मारे जाने और लाखों के घायल होने पर भी वे कलिंग पर जीत हासिल करने में असफल थे। 2. पद्मा अपनी सेना को युद्ध भूमि में क्या प्रण करने को कहती है? उ. कलिंग महाराज की कन्या पद्मा अपनी सेना से प्रण करने को कहती है कि जननी जन्मभूमि को पराधीन होते देखने के पहले तुम सदा के लिए अपनी आँखें बंद कर लोगी। 3. पदमा की युद्ध करने की चुनौती को स्वीकार न करना अशोक की किस विशेषता को प्रकट करता है? उ. पद्मा की युद्ध करने की चुनौती को स्वीकार न करना अशोक का स्त्रियों के प्रति सम्मान की भावना और चरित्र की दृढ़ता को प्रकट करता है।  4. पदमा ने अशोक को क्यों जीवित छोड़ दिया? उ. पदमा ने अशोक को जीवित छोड़ दिया क्योंकि सम्राट अशोक का हृदय परिवर्तित हो चुका था, उन्होंने हिंसा का मार्ग त्यागते हुए कभी हथियार न उठाने और अहिंसा के मार्ग पर चलने की प्रतिज्ञा कर चुके थे। 5. पदमा और अशोक के ब

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 5 बड़े भाई साहब Solutions

अध्याय - 5 : बड़े भाई साहब 1. लेखक के बड़े भाई अपने दिमाग को आराम देने के लिए क्या-क्या करते थे? उ. लेखक के बड़े भाई अपने दिमाग को आराम देने के लिए कभी कॉपी पर, कभी किताब के हाशिए पर चिड़ियों, कुत्तों, बिल्लियों की तस्वीरें बनाया करते थे। कभी-कभी एक ही नाम या शब्द या वाक्य को दस-बीस बार लिख डालते। कभी एक शेर को बार-बार सुन्दर अक्षरों से नकल करते। कभी ऐसी शब्द-रचना करते, जिसमें न कोई अर्थ होता, न कोई सामंजस्य । 2. लेखक के भाई ने लेखक के सामने पढ़ाई का कैसा चित्र खींचा? उ. लेखक के भाई ने लेखक के सामने पढ़ाई का ऐसा भयंकर चित्र खींचा, जिसने लेखक को भयभीत कर दिया। वह घर भागते-भागते बचा। 3. 'समझ, किताबें पढ़ने से नहीं आती, दुनिया देखने से आती है।'- इस कथन को किसी एक उदाहरण देकर सिद्ध कीजिए। उ. बड़े भाई साहब एक स्थान पर उदाहरण देते हैं कि उनके हेडमास्टर साहब हैं जो ऑक्सफोर्ड से एम. ए. हैं लेकिन जब तक स्वयं घर चलाते थे एक हजार रुपये भी कम पड़ जाते थे। लेकिन जब उनकी सामान्य समझ रखने वाली बूढ़ी माँ घर का प्रबंध करने लगी तो जैसे घर में लक्ष्मी आ गई है। वह बख

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 4 पथ की पहचान Solutions

अध्याय - 4 : पथ की पहचान 1. 'पथ की पहचान' कविता में कवि ने पथ पर चलने से पहले क्या करने को कहा है? उ. 'पथ की पहचान' कविता में कवि ने पथ पर चलने से पहले अपने पथ की पहचान करने को कहा है। 2. पथ पर क्या छोड़ गए हैं? उ. कविता के अनुसार अनगिनत राही इस पथ पर अपने पैरों के निशान अर्थात् सफलता के चिन्ह छोड़ गए हैं। 3. पथ की पहचान किस प्रकार की जा सकती है? उ. हम पथ की पहचान मार्ग में आने वाले विघ्न-बाधाओं का सावधानीपूर्वक अनुमान लगाकर तथा अपने पूर्वगामी के अनुभवों को मार्गदर्शक समझकर, कर सकते हैं। 4. यात्रा को सरल बनाने के लिए कवि ने क्या सुझाव दिया है? उ. यात्रा को सरल बनाने के लिए कवि ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। कवि का कहना है कि अच्छा या बुरा में उलझकर समय गँवाना उचित नहीं है। यदि पथ असंभव प्रतीत हो तो उस पथ को छोड़कर नये पथ तलाशकर आगे बढ़ना चाहिए। उत्साहपूर्वक नए पथ पर बढ़ने से यात्रा आसान हो जाती है। 5. कविता के आधार पर बताएँ कि यात्रा में कौन-सी चीजें अनिश्चित हैं? उ. यात्रा में नदी, पहाड़, गड्ढा, बाग, बगीचा, फूल, काँटे

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 3 मित्रता Solutions

अध्याय - 3 : मित्रता 1. आप किस प्रकार कह सकते हैं कि मित्रों के चुनाव की उपयुक्तता पर हमारे जीवन की सफलता निर्भर करती है? उ. मित्रों के चुनाव की उपयुक्तता पर हमारे जीवन की सफलता निर्भर करती है क्योंकि संगति का गुप्त प्रभाव हमारे आचरण पर पड़ता है और यदि हमें अच्छी संगति, अच्छे मित्र मिलते हैं तो वे हमें सफलता की ओर ले जाते हैं जबकि बुरी संगति हमारे जीवन को खाक में मिला देती है।  2. 'विश्वासपात्र मित्र जीवन की एक औषध है।' आशय स्पष्ट कीजिए। उ. 'विश्वासपात्र मित्र जीवन की एक औषध है'- ऐसा इसलिए कहा गया है कि यदि हमें विश्वासी मित्र मिल गया तो हम अपने जीवन में चाहे जैसा भी कदम उठाएँ, उस कदम की आलोचना करके वह हमें सही दिशा की ओर उन्मुख करेगा। हम अपनी गलती रूपी बीमारी को उसकी आलोचना रूपी औषधि से दूर कर सकेंगे।  3. मित्र का चुनाव करते समय हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? उ. मित्र का चुनाव करते समय हमें निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए हमारे अच्छे विचारों (संकल्पों) को दृढ़ करने वाला हो। हमें दोषों और त्रुटियों से बचाए। हमारे सत्य, पवित्रता

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 2 छोटा जादूगर Solutions

अध्याय - 2 : छोटा जादूगर 1. 'मनुष्यों की भीड से जाडे की संध्या भी गरम हो रही थी। यह पंक्ति लेखक ने किस संदर्भ में लिखा है? उ. लेखक ने यह पंक्ति कार्निवाल के मैदान में भारी संख्या में उमड़ी भीड़ को दर्शाने के लिए लिखा है। लोगों में कार्निवाल के प्रति गजब का उत्साह था। सब अपने तरीके से कार्निवाल का आनंद उठा रहे थे। जाड़े की संध्या अत्यधिक ठंडी होती है, किंतु मनुष्यों की भीड़ से ठंड दूर भाग रही थी और जाड़े की संध्या गरम हो रही थी। 2. लेखक उस तेरह-चौदह वर्ष के लड़के को आश्चर्य से क्यों देखने लगा? उ. लेखक उस तेरह-चौदह वर्ष के लड़के को आश्चर्य से इसलिए देखने लगा क्योंकि उस लड़के ने स्वावलंबन और मातृभक्ति की भावना दिखाई थी और लेखक से उसने कहा था कि- "तमासा देखने नहीं, दिखाने निकला हूँ। कुछ पैसे ले जाऊँगा, तो माँ को पथ्य दूंगा। मुझे शरबत न पिलाकर आपने मेरा खेल देखकर मुझे कुछ दे दिया होता, तो मुझे अधिक प्रसन्नता होती।" 3. छुट्टियाँ बिताकर लेखक जब कलकत्ते से चला तो रास्ते में उसने क्या देखा? उ. छुट्टियाँ बिताकर लेखक जब कलकत्ते से चला तो रास्ते में उ

Jcert Class 8 भाषा मंजरी Chapter 1 पुष्प की अभिलाषा Solutions

अध्याय - 1 : पुष्प की अभिलाषा 1. 'पुष्प की अभिलाषा' कविता में पुष्प के द्वारा क्या अभिलाषा व्यक्त की गई है? उ. 'पुष्प की अभिलाषा' कविता में पुष्प के द्वारा यह अभिलाषा व्यक्त की गई है कि उसे तोड़कर उस रास्ते पर बिछा दिया जाए जिस रास्ते से वीर देशभक्त अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने शीश को अर्पित करने जा रहे हों। 2. 'मातृभूमि' से आप क्या समझते हैं? उ. 'मातृभूमि' का अर्थ है- अपना देश जिस में हमने जन्म लिया एवं जिसकी मिट्टी में हम पले बढ़े। 3. कविता में पुष्प किन-किन चीजों की चाह नहीं करता? उ. 'पुष्प की अभिलाषा' कविता में पुष्प किसी सुन्दर स्त्री के गहनों में गूंथे जाने की, प्रेमी युगल के लिए माला बनने की, सम्राटों के मृत शरीर पर चढ़ने की एवं देवताओं की प्रतिमा पर चढ़कर अपने भाग्य पर इठलाने की चाह नहीं करता है। 4. 'मुझे तोड लेना वनमाली, उस पथ पर देना तुम फेंक। मातृभूमि पर शीश चढ़ाने, जिस पथ जाएँ वीर अनेक ।' इन पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए | उ. इन पंक्तियों में कवि कहते हैं कि पु